नई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी कोयला खनन कंपनी कोल इंडिया लि. चालू वित्त वर्ष में करीब 8,500 करोड़ रुपए का पूंजीगत व्यय करेगी। इसके अलावा मौजूदा वित्त वर्ष में कंपनी विभिन्न अन्य परियोजनाओं पर करीब 6,500 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। इन परियोजनाओं में सुपरक्रिटिकल ताप बिजलीघर, सौर ऊर्जा और कोयला गैसीफिकेशन परियोजनाएं शामिल हैं। एक अधिकारी ने बताया, चालू वित्त वर्ष 2017-18 में 8,500 करोड़ रुपए का पूंजीगत व्यय किया जाएगा।
अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा कंपनी कई परियोजना में 6,500 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। इनमें सुपरक्रिटिकल ताप बिजलीघर, सौर बिजली, उर्वरक संयंत्रों के पुनरोद्धार, कोयला गैसीफिकेशन और कोयला की खान से निकलने वाली मीथेन (सीबीएम) गैस परियोजनाएं शामिल हैं।
अधिकारी ने कहा के पेरिस संधि तथा विश्व ऊर्जा परिदृश्य में बदलाव के मद्देनजर कोल इंडिया अपने परिचालन का विविधीकरण सौर ऊर्जा जैसे अक्षय ऊर्जा स्रोतों तथा स्वच्छ ऊर्जा मसलन कोल माइन मीथेन, सीबीएम, कोयले से तरलीकरण और भूमिगत कोयला गैसीफिकेशन की ओर करने का प्रयास कर रही है।
सरकार की ओर से कंपनी को कुछ इसी तरह का निर्देश दिया गया है। कोल इंडिया का पूंजीगत व्यय 2016-17 में 7,700 करोड़ रुपए रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 6,123 करोड़ रुपए रहा था।