मंगलवार को गुजरात में महत्वपूर्ण विधानसभा चुनाव से पहले ही बीजेपी को विकास के नाम पर एक शर्मनाक विरोध का सामना करना पड़ा। महिला कार्यकर्ताओं के एक समूह ने बीजेपी विधायक का घेराव किया जिसमें बीजेपी विधायक अपनी जान बचाते हुए नजर आए और सारा ठीकरा PM मोदी के सर फोड़ते दिखें।
सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा) के सदस्यों ने गुजरात के वडोदरा के करजन इलाकें के विधायक सतीश पटेल का घेराव किया, महिला समूह के सदस्यों से बीजेपी विधायक अपना पीछा छुड़ाते नजर आए। विधायक बोलें कि ‘मुझे कुछ मत कहों, गालियां मोदी को देना।’
महिला कार्यकर्ताओं का गुस्सा इतने में भी शांत नहीं हुआ उन्होंन विधायक का कार तक पीछा किया और कार को बीच सड़क पर रोककर खड़ी हो गई और पार्टी विरोधी नारें लगाने शुरू कर दिए।
इन महिला आशा कार्यकर्ताओं ने बताया कि वे पिछले आठ महीनों से निश्चित वेतन और स्थायी रोजगार की मांग कर रही है जिसकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जबकि विधायक इससे अपनी जान बचाते हुए नजर आए।
पिछले सप्ताह, महिलाओं ने मानव श्रृंखला बनाकर सयाजीगंज से भाजपा विधायक जितेन्द्र सुखड़िया के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया था। दो कार्यकत्रियों के बेहोश होने के बाद उपवास तोड़ दिया गया। अगस्त में आशा वर्कर्स ने वडोदरा नगर विधायक मनीषा वकली के कार्यालय के बाहर भी प्रदर्शन किया था।