सिक्किम सीमा पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच जारी तनातनी की घटना के बाद चीन ने गुरुवार(29 जून) को भारत से सीमा विवाद पर बातचीत रोकने की धमकी तक दे डाली। साथ ही चीन ने कहा कि भारतीय सेना को 1962 की लड़ाई से ‘ऐतिहासिक सबक’ लेना चाहिए। इस धमकी पर ‘आजतक’ के एक कार्यक्रम में शुक्रवार(30 जून) को रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने चीन को करारा जवाब दिया है। जेटली ने कहा कि वर्ष 1962 के हालात और अब के हालात में बहुत फर्क है। साथ ही उन्होंने चीन के उस दावे को सिरे से खारिज किया, जिसमें कहा गया था कि भारतीय सैनिकों ने उसकी सीमा में प्रवेश किया था।
जेटली ने कहा कि भूटान ने बयान दिया है कि जहां चीन सड़क का निर्माण कर रहा है, वह जमीन भूटान की है और भूटान और भारत के बीच सुरक्षा संबंध हैं। इसलिए हमारी सेना वहां पर हैं। साथ ही चीन की तरफ से 1962 की याद दिलाने पर जेटली ने कहा कि 1962 के हालात अलग थे, और आज के हालात अलग हैं। हमें इस बात को समझना होगा। जेटली के अलावा विदेश मंत्रालय ने 11 बिंदुओं के साथ चीन के उस झूठ को बेनकाब किया है, जिसमें उल्टे भारतीय जवानों पर ही सीमा उल्लंघन का आरोप लगाया गया था। विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीनी विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि 26 जून को सिक्किम सेक्टर में भारतीय सैनिकों ने उसकी सीमा में प्रवेश किया है।