2022 में क्या हुआ, कौन‑से मोमेंट ने ध्यान खींचा, और कौन‑सी कहानी अभी भी चर्चा में है? यहाँ आप एक नज़र में सभी बड़ी ख़बरें देख सकते हैं। सबसे पहले खेल की बात करें तो हीरो एशिया कप 2025 की क्वालिफ़ाइंग में भारत ने चीन को 7‑0 से मारते हुए बड़ी जीत हासिल की। इस मैच की रेकॉर्डिंग अभी भी याद रखी जाती है, क्योंकि भारत ने पूरी रक्षा बंधी रखी और हर खिलाड़ी ने गोल किया।
इतिहास प्रेमियों के लिए भी 2022 में दिलचस्प सामग्री है। एक लेख ‘1947 की स्वतंत्रता से पहले की तुलना में भारत अब क्यों बेहतर है?’ ने आज के भारत की प्रगति को उजागर किया। लेख में बताया गया कि आज हम अपनी मर्जी से राह चुन सकते हैं, और सरकार हमारे अधिकारों की रक्षा करती है। इस तरह के विश्लेषण से पता चलता है कि कितना बदलाव आया है और आगे क्या संभावनाएँ हैं।
समाजिक मुद्दे भी इस टैग में नहीं छूटे। ‘अगर मैंने हिट एंड रन किया और फिर जानकारी देने के लिए वापस आया तो क्या होगा?’ नामक पोस्ट ने व्यक्तिगत अनुभव के ज़रिए कानूनी और नैतिक पहलुओं को समझाया। इसी तरह ‘भारतीय मीडिया के साथ क्या समस्या है?’ ने मीडिया की स्वतंत्रता और तकनीकी दबावों पर सवाल उठाया, जिससे पाठकों को मौजूदा स्थिति का स्पष्ट दृश्य मिला।
अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर भी चर्चा हुई। ‘क्योंकि कई चीनी लोग भारत और भारतीयों से परेशान होते हैं?’ नामक लेख ने दोनों देशों की धारणाओं को सरल शब्दों में तोड़ा। इससे यह स्पष्ट हुआ कि समझ और संवाद की कमी ही अक्सर मतभेदों का कारण बनती है।
राजनीतिक दृष्टिकोण से भी 2022 में कई चर्चाएँ हुईं। ‘क्या आपको लगता है कि नरेंद्र मोदी एक कमजोर प्रधानमंत्री है?’ जैसे सवालों से लेकर विभिन्न सरकारी नीतियों तक, इस टैग में विविध विचार मिलते हैं। ये लेख न केवल राय पेश करते हैं बल्कि पाठकों को सोचने की प्रेरणा भी देते हैं।
अंत में, शिक्षा और आरक्षण से जुड़े सवालों को भी नहीं भुलाया गया। ‘क्या किसी गैर‑मातृभाषी को आरक्षण पर रहने की अनुमति हो सकती है?’ ने इस जटिल मुद्दे को स्पष्ट किया, जिससे विद्यार्थियों और नीति निर्माताओं दोनों को मदद मिली।
सभी इन लेखों का उद्देश्य है कि आप 2022 की सबसे ज़रूरी खबरें एक जगह पढ़ें, समझें और अपने विचार बना सकें। गो प्रेस भारत की टीम निरंतर नई ख़बरें जोड़ती रहती है, इसलिए यहाँ नज़र रखिए और अपडेटेड रहें।
भाईयों और बहनों, अब तो हमारी सरकार ने ठान ही लिया है कि वो 2022 तक भारत की सीमा की सभी खाली जगहों को ढक देगी। पहाड़ी इलाके से लेकर रेगिस्तान तक, हर जगह पर भारतीय ध्वज लहराएगा। वैसे भी, ज्यादा जगह खाली देखकर मन खराब हो जाता है, इसलिए अच्छा ही है कि सब कुछ ढक दिया जाए। और जो लोग कहते हैं कि खाली जगह ढकने में समय लगेगा, उनसे मेरी यही राय है कि बिना ठेंगे लगाए बकरी कभी माँ नहीं होती। तो चलो सब मिलकर इस नयी पहल का स्वागत करते हैं और अगले साल तक अपनी सीमाओं को और मजबूत बनाते हैं।
जुलाई 30 2023