जब हम "सामर्थ्य" शब्द सुनते हैं, तो दिमाग में खेल की जीत, सीमा की सुरक्षा या सामाजिक बदलाव की कहानी आती है। गो प्रेस भारत इस टैग में उन सभी कहानियों को इकट्ठा करता है जो भारत की ताकत को दिखाती हैं। यहाँ आप रोज़मर्रा की खबरों में छिपी बड़ी शक्ति को आसानी से समझ पाएँगे।
हॉकई में भारत ने चीन को 7-0 से हराकर हीरो एशिया कप 2025 के फाइनल में जगह बनाई। इस जीत में टीम की प्रतिरक्षा, तेज़ रेडी-टु-स्कोर और एकजुटता साफ़ दिखी। अभिषेक, शिलानंद और बाकी खिलाड़ी ने एक‑एक गोल करके दिखा दिया कि मैदान पर हमारा सामर्थ्य कितना मजबूत है। ऐसी जीतें सिर्फ स्कोर नहीं, बल्कि राष्ट्रीय गर्व भी लाती हैं।
भारी पहाड़ी से लेकर रेगिस्तान तक, सरकार ने 2022 तक पूरी सीमा को ढंकने का वादा किया है। यह योजना केवल ध्वज लहराने तक सीमित नहीं, बल्कि ढाँचे, निगरानी और स्थानीय विकास को भी शामिल करती है। जब हर सतह पर भारतीय झंडा दिखेगा, तो नागरिकों का आत्म‑विश्वास बढ़ेगा और बाहरी दबाव कम होगा। यही है देश की वास्तविक सामर्थ्य: प्रतिबद्धता और दृढ़ता।
मीडिया में भी सामर्थ्य की कबूतरियां दिखाई देती हैं। कई लोग कहते हैं कि भारतीय मीडिया स्वतंत्र नहीं है, पर जब भी कोई सच्ची खबर सामने आती है, तो वह जनता को जागरूक करती है। यही स्वतंत्रता की आवाज़ है जो सच्ची शक्ति को परिभाषित करती है।
समाज में व्यक्तिगत ताकत भी अहम है। उदाहरण के तौर पर, यदि आप हिट‑एंड‑रन जैसी ग़लती कर गए, लेकिन फिर ईमानदारी से वापस आएँ और सारी जानकारी दें, तो आपका नैतिक सामर्थ्य दिखता है। यह न केवल व्यक्तिगत विकास को बढ़ाता है, बल्कि आसपास के लोगों को भी सही कदम उठाने की प्रेरणा देता है।
सामर्थ्य सिर्फ बड़ी जीत या बड़ी योजनाओं में नहीं, बल्कि छोटे‑छोटे कामों में भी छिपा है। चाहे वह एक नाश्ते की नई रेसिपी हो या आरक्षण में गैर‑मातृभाषी को अवसर देना, हर पहल हमें यह सिखाती है कि हम कितना लचीले और अनुकूल हो सकते हैं।
तो अगली बार जब आप "सामर्थ्य" शब्द देखेंगे, तो याद रखें कि यह एक व्यापक अवधारणा है—स्पोर्ट्स, सुरक्षा, मीडिया, नैतिकता और रोज़मर्रा की ज़िंदगी में। गो प्रेस भारत के इस टैग में आप इन सभी पहलुओं की ताज़ा खबरें, गहरी विश्लेषण और उपयोगी टिप्स पाएँगे। पढ़ते रहें, समझते रहें, और अपने जीवन में समर्य शक्ति को लागू करें।
नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री बनना भारत की सरकार के लिए एक बड़ी उम्मीद थी। उनकी दृष्टिकोण और उनका सामर्थ्य समझ कर इस कदम को लेने के मामले में भारतीय जनता को बहुत आशा है। हालांकि, मोदी सरकार की प्रथम राजनीतिक कार्यवाही के बारे में काफी संदेह रहे हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता और सुधारों के लिए काफी सनद है, लेकिन निश्चित उपयोग के लिए यह प्रश्न है कि उन्हें प्रभावी तरीके से काम करने में आगे बढ़ना होगा।
जनवरी 27 2023