पटना: राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि कोई झूठ उगलने के लिए प्रैस कांफ्रेस दिल्ली में करें या लंदन, वह यह जान ले कि कौआ अगर मंदिर पर भी क्यों ना बैठ जाए, वह कौआ ही कहलाएगा। दरअसल, सुशील मोदी पिछले काफी समय से लालू परिवार पर हमलावर है। अब उन्होंने लालू के बड़े बेटे और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव पर आरोप लगाया है कि 4 साल की उम्र में सेवा के बदले भाजपा सांसद रमा देवी द्वारा करोड़ो रुपए की जमीन उन्हें उपहारस्वरूप दी गई थी। इस अाराेप काे निराधार बताते हुए लालू ने कहा कि सुशील देश और जनता को गुमराह कर रहे हैं।
‘भक्ति का दस्तूर ही कुछ ऐसा है’
उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, दरअसल भाजपाई जानते हैं कि वे जो भी झूठ उगलेंगे, समर्थित मीडिया उसे बिन जांचे परखे सच ही बताएगा। भक्ति का दस्तूर ही कुछ ऐसा बन गया है। लालू ने कहा कि 23 मार्च 1992 को रमा देवी ने हम लोगों की सहमति के बिना तेज प्रताप यादव (नाबलिग) के नाम से उक्त जमीन के दान पत्र बनवा लिए, जबकि दान पत्र के मामले में रजिस्ट्री नियमावली के अनुसार प्रपत्र 4 पर दोनों पक्षों की रजामंदी जरूरी होती है। इस दान पत्र में प्रपत्र 4 में दोनों पक्षों की सहमति (हस्ताक्षर) नहीं है।
‘मीडिया के सामने जारी किए दस्तावेज ‘
उन्होंने कहा कि रजिस्ट्री के कुछ दिनों के बाद रमा देवी के पति बृजबिहारी प्रसाद (दिवंगत) उक्त डीड को लेकर उनके पास आए और बोले कि 13 एकड़ 12 डिसमिल जमीन तेज प्रताप यादव को दान किया हैं। लालू ने कहा, मैं उक्त दान पत्र को देखकर काफी नाराज हुआ और उन्हें निर्देश दिया कि अविलम्ब उक्त दस्तावेज का रद्दनामा करवाकर पत्र मुझे दिखाएं। उन्होंने उक्त दान पत्र और रद्द होने से संबंधित दस्तावेज भी मीडिया के सामने जारी किए।