12 दिन पहले मालासर गांव में आधी रात को जिस आंनदपाल सिंह का एनकाउंटर किया गया था, उसकी फरारी में मदद करने वाले उसके भाई विक्की उर्फ रुपेन्द्र पाल व चचेरे भाई गट्टू उर्फ देवेन्द्र ने एसओजी को आंनदपाल की फरारी के ठिकाने बता दिए। यह ठिकाने अधिंकाशत बीकानेर, हनुमानगढ़ व हरियाणा में बताए जा रहे हैं।
खबर है कि राजपूत समाज के एक संगठन के बडे नेता ने भी बीकानेर व हनुमानगढ़ में आनंपदपल को फरारी में शरण दिलाने की मदद की थी। दो दिन से एसओजी की पूछताछ में चल रहे दोनों भाईयों से मिली जानकारी को एसओजी संबंधित जिला पुलिस के समन्वय से आनंदपाल को शरण देने वाले और मदद करने वालों को चिन्हित कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
आपको बता दें कि आनंदपाल सिंह का एनकाउंटर करने से करीब माह पहले ही श्रीगंगानगर के भादरा थाना पुलिस ने चार जनों को दबोचा था। ये वही चार जने थे जो 75.5 लाख रुपए की लूट में शामिल थे। इनकी निशानदेही के आधार पर पुलिस ने हरियाणा के सिरसा से आनंदपाल सिंह के दोनों भाईयों को पकड़ा गया था। जिसके बाद आनंदपाल सिंह का ठिकाना पता चला था। बताया जाता है कि दोनों भाईयों को आनंदपाल के मालासर गांव में रहने की जगह भी लाया गया था। एसओजी सूत्रों के मुताबिक हरियाणा पुलिस ने इस संबंध में कुछ लोगो को हिरासत में भी लिया है।