नई दिल्ली। भारत में बड़ी संख्या में लोगों को अच्छा वाई-फाई उपयोग करने को नहीं मिलता ऐसे में एक अध्ययन में सामने आया है कि यदि उन्हें अच्छे मुफ्त वाई-फाई की सेवा मिले तो करीब 73 प्रतिशत लोग उसके लिए अपनी निजी जानकारी साझा करने में भी कोई गुरेज नहीं करेंगे।
एंटीवायरस बनाने वाली सॉफ्टवेयर कंपनी नॉर्टन ने अपनी वाई-फाई जोखिम रपट में कहा है कि अब सेवाओं को चुनने में भी मुफ्त वाई-फाई एक बड़ा मापदंड बनता जा रहा है। करीब 82 प्रतिशत लोग होटल चुनने, 67 प्रतिशत परिवहन सेवा चुनने, 64 प्रतिशत विमानन सेवा चुनने और 62 प्रतिशत रेस्तरां इत्यादि चुनने में इस विकल्प को तरजीह देते हैं।
रपट में कहा गया है कि सर्वेक्षण में शामिल 51 प्रतिशत भारतीयों ने माना कि वाई-फाई क्षेत्र में आने के बाद इंटरनेट से जुडऩे के लिए वह कुछ मिनट का इंतजार भी नहीं कर पाते हैं।
करीब 19 प्रतिशत लोगों का कहना है कि मुफ्त वाई-फाई के लिए वह अपने निजी ई-मेल और संपर्क सूची को साझा करने के लिए तैयार हैं वहीं 22 प्रतिशत इस सेवा के लिए अपने निजी फोटो भी साझा करने को तैयार हैं।
रोमांचक तथ्य यह है कि करीब 74 प्रतिशत लोगों का मानना है कि सार्वजनिक वाई-फाई सेवा का उपयोग करने के दौरान उनकी निजी जानकारी सुरक्षित रहती है।