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घटना

सिख समुदाय ने की सिक्किम में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी की निंदा

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सिक्किम

सिक्किम में ऐतिहासिक गुरुद्वारा डांगामा साहिब की स्थानीय बुद्ध धर्म से संबंधित लामों एवं सिक्किम सरकार की मिलीभगत से किए गए कब्जे एवं गुरुद्वारा साहिब को मंदिर में तब्दील करने के साथ ही श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की हुई बेअदबी की घटनाकी सिख सद्भावना दल ने कड़े शब्दों में निंदा की है।

गुरुद्वारा रामपुर साहिब में आयोजित सिख सद्भावना दल की जनरल सभा में देश के विभिन्न जगहों से आए सेवादारों ने गुरुद्वारा डांगामा साहिब की दोबारा बहाली एवं आरोपियों को सजा दिलाने के लिए नवबंर माह में राष्ट्रपति भवन के समक्ष विशाल पंथक मार्च निकालने का एलान किया।

गुरुद्वारा रामपुर खेड़ा साहिब में सिख सद्भावना की जनरल सभा की बैठक में संत बाबा सेवा सिह जी ने कहा कि खालसा पंथ ने हमेशा ही सरबत का भला चाहा है और आज तक के इतिहास में सिखों ने किसी भी दूसरे धर्म के पावन स्थान की कभी बेअदबी नहीं की है।

पंथ अपने गुरुधामों की रक्षा, सुरक्षा एंव पवित्रता के लिए किसी भी प्रकार की कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने सिख सद्भावना दल के सभी सदस्यों को गांव-गांव जाकर संगत को सिखों के मसलों के बारे में जागरूक करने की अपील की।

इसके अलावा दल के नेताओं ने कहा कि सीरियल तारिक मेहता का उल्टा चश्मा के खिलाफ सिखी भावनाओं को भड़काने व ठेस पहुंचाने की कानूनी शिकायत की गई थी, उस पर अभी तक कोई कार्रवाई न होना सरकार की सिखों के प्रति नाकारात्मक रवैये को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यदि एक हफ्ते में प्रशासन ने चैनल एवं सीरियल के खिलाफ की गई शिकायत पर अमल नहीं किया, तो सिख संगत एसएसपी दफ्तर होशियारपुर में बड़े स्तर पर पक्का मोर्चा लगाने के लिए मजबूर होगा।

इस मौके पर खालसा ने गुरुद्वारा डांगमा साहिब जी के इतिहास एवं मौजूदा विवाद संबंधी वीडियो स्लाईड के जरिये संगत को जानकारी देकर जागरूक किया। इस अवसर पर सभा में सिख सद्भावना दल के मुख्य सेवादार भाई बलदेव ¨सह वडाला ने कहा कि आने वाल समय मे पंथक एकता के अमल को तेज किया जाएगा और सिखों की हक एवं मांगों संबंधी कानूनी एवं सामाजिक संघर्ष को भी शुरू किया जाएगा, जिससे सरकार जल्द से जल्द आरोपियों को सजा दें ।

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