बीजिंग। चीन लगातार आतंक का गढ माने जाने वाले पाकिस्तान का साथ दे रहा है और भारत पर निशाना साधने से नहीं चूक रहा है। एक ओर करीब महीनेभर से चीन और भारत के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। वहीं, चीन पाकिस्तान के लिए एक रेल मालगाड़ी सेवा शुरू करने की तैयारी कर रहा है। दक्षिण एशिया में इस तरह का यह दूसरा रेल संपर्क होगा। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह सेवा कब शुरू की जाएगी, लेकिन इससे भारत के लिए यह चिंता का सबब हो सकता है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ से गुरुवार को जारी एक खबर के अनुसार, यह नई रेल लाइन चीन के उत्तरपश्चिम गांसू प्रांत की राजधानी लांझोउ से शुरू होगी और उयगुर क्षेत्र से होती हुई पाकिस्तान की ग्वादर बंदरगाह पहुंचेगी। लांझोउ अंतर्राष्ट्रीय व्यापार एवं लॉजिस्टिक पार्क के निदेशक जू चुन्हुआ ने चीन लांझोउ निवेश एवं व्यापार मेले के दौरान इस बात की घोषणा की।
मई 2016 में, एक रेल और सडक़ कार्गो सेवा लांझोउ और काठमांडू के बीच शुरू की गई थी। जू ने कहा कि इस कार्गो सेवा का दक्षिण एशिया के देशों द्वारा स्वागत किया गया था। वर्ष 2016 में चीन और नेपाल के बीच द्विपक्षीय व्यापार 3 अरब चीनी मुद्रा युआन (लगभग 44 करोड़ डॉलर) से ज्यादा का था और इस वर्ष दोनों देशों के बीच 10 अरब युआन का व्यापार होने की उम्मीद है।
आपको बता दें कि पिछले दिसंबर में चीन ने 50 अरब डॉलर के चीन-पाकिस्तान इकॉनमिक कॉरिडोर के पश्चिमी मार्ग से निर्यात के लिए चीनी वस्तुओं की डिलिवरी ग्वादर पोर्ट तक के लिए शुरू की थी। यह गलियारा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होते हुए गुजर रहा है, जिसे लेकर भारत सरकार ने आपत्ति जताई है। भारत का कहना है कि यह हिस्सा उसके जम्मू-कश्मीर प्रांत का है, ऐसे में इस इलाके में चीन की ओर से कोई भी निर्माण उसकी संप्रभुता पर हमला है।