प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी योजना ‘मेक इन इंडिया’ परियोजना की सफलता का नमूना भारतीय रेलवे ने प्रस्तुत किया है। देश में पहली बार पूरे सौ प्रतिशत स्तर पर रेलवे कोच तैयार किए है।
चेन्नई की ICF (इंटीग्रल कोच फैक्टरी) में बनाए गए इन कोचों को’मेक इन इंडिया’ परियोजना के तहत पश्चिमी रेलवे को आवंटित किया गया था। 1995 में भारतीय रेलवे ने KHB (लिंडे-होफमान-बुश) से आधुनिक कोचों को आधुनिक तकनीक से बनाने के लिए तकनीक का अधिग्रहण किया था।
ICF (इंटीग्रल कोच फैक्टरी) के एक अधिकारी ने बताया कोच नंबर LSDD 111 और LSDD 166 पूरी तरह से देश में निर्मित सामग्री के साथ तैयार किया गया है। रेलवे बोर्ड के सदस्यों ने निरीक्षण के बाद इसे हरी झंडी दिखा दी।
पिछले वर्ष के दौरान हुई रेल दुर्घटनाओं को देखते हुए भारतीय रेलवे ने 2017 में पारंपरिकICF (इंटीग्रल कोच फैक्टरी) कोच का उत्पादन रोकने का फैसला किया था। इसीलिए अब, ICF (इंटीग्रल कोच फैक्टरी) चेन्नई केवल LHB कोच बनाती है। इन LHB के डिब्बों में स्टेनलेस स्टील के अवयवों के प्रयोग किए जाने की बात कहीं गई है।
इसमें एंटी-क्लाइम्बिंग फीचर्स हैं जो यह तय करता है कि यदी दुर्घटनावश पहिए एक पटरी से उतारने के बाद कोच एक दूसरे पर डिब्बों पर न चढ़ जाएं। इसलिए यह प्रक्रिया उन्हें सुरक्षित बनाती हैं। एलएचबी डिब्बों में रिलीज मॉड्यूलर ब्रेकिंग सिस्टम भी है जिसे एक्सल माउंट डिस्क ब्रेक कहते है।
इसके अलावा ICG रेल परियोजना 2018 पर काम कर रहा है। कोच कारखाने बनाने के लिए यह भारत के लिए एक तकनीकी छलांग है। यह परियोजना ‘मेक इन इंडिया’ के तहत स्वचालित गाड़ी सेट का निर्माण करती है।