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म्बप्पे का रियल मैड्रिड जाना: पीएसजी के साथ झगड़े और 55 मिलियन यूरो का कानूनी विवाद

23 साल के फ्रेंच स्ट्राइकर किलियन म्बप्पे ने 2018 फीफा विश्व कप जीतने के बाद फुटबॉल दुनिया को अपनी गति, शक्ति और निर्णय लेने की क्षमता से हैरान कर दिया। लेकिन उनकी सबसे बड़ी चुनौती फुटबॉल के मैदान से बाहर आई — पेरिस सेंट-जर्मेन के साथ उनका ट्रांसफर झगड़ा, जिसने यूरोपीय फुटबॉल के राजनीति को हिला दिया।

म्बप्पे का पहला फैसला: 2025 तक पीएसजी में रहने की घोषणा

21 मई, 2022 को पेरिस सेंट-जर्मेन ने एक बड़ी घोषणा की: म्बप्पे ने अपना अगला तीन साल का अनुबंध 2025 तक बढ़ा लिया है। फ्रेंच स्पोर्ट्स पत्रिका L'Équipe और ट्रांसफर विशेषज्ञ फैब्रिजियो रोमानो ने यह खबर पुष्टि की। रोमानो ने ट्वीट किया: 'म्बप्पे पीएसजी में रहेंगे। रियल मैड्रिड नहीं।' यह घोषणा उस समय बड़ी खबर थी, क्योंकि रियल मैड्रिड के अध्यक्ष फ्लोरेंटिनो पेरेज ने पिछले साल 200 मिलियन यूरो की ऑफर दी थी। पीएसजी का यूईएफए चैम्पियंस लीग में रियल मैड्रिड के खिलाफ शानदार रिवर्स विजय के बाद निकल जाना भी इस फैसले को और भी गहरा बना रहा था।

अचानक बदलाव: अनुबंध था केवल दो साल का

लेकिन अगस्त के अंत तक, खबरें बदल गईं। 13 सितंबर, 2022 को L'Équipe ने एक नया खुलासा किया: म्बप्पे ने तीन साल का अनुबंध नहीं, बल्कि दो साल का किया — 2024 तक। और यहां तक कि तीसरे साल का विकल्प भी केवल म्बप्पे के अधिकार में था। यानी पीएसजी के पास अगले साल उन्हें बरकरार रखने का कोई नियंत्रण नहीं था। यह जानकारी जारी होते ही सभी अनुमान बदल गए। क्या यह एक रणनीतिक चाल थी? क्या म्बप्पे ने पीएसजी को एक झूठा सुकून दिया था? जवाब आया — हाँ।

जून 2023: फ्री ट्रांसफर और बड़ा झटका

जब 30 जून, 2023 को उनका कॉन्ट्रैक्ट समाप्त हुआ, तो म्बप्पे ने बिना किसी शुल्क के रियल मैड्रिड सीएफ में प्रवेश किया। पीएसजी को कोई ट्रांसफर फीस नहीं मिली, लेकिन उन्हें एक बड़ी बचत हुई: उन्होंने म्बप्पे को देने के लिए बांधे गए 55 मिलियन यूरो के विश्वासघाती बोनस नहीं दिए। पीएसजी के अध्यक्ष नासर अल-खेलाईफी ने इसे 'कानूनी दुरुपयोग' बताया। उनका आरोप था कि रियल मैड्रिड ने म्बप्पे को इस राशि के लिए उकसाया।

बदला की योजना: रियल मैड्रिड के युवा खिलाड़ियों पर नजर

बदला की योजना: रियल मैड्रिड के युवा खिलाड़ियों पर नजर

इस झगड़े का बदला लेने की योजना तुरंत शुरू हो गई। पीएसजी के एजेंट्स ने रियल मैड्रिड की अकादमी में नए उभरते खिलाड़ियों को लक्षित किया। विशेष रूप से, 18 साल के सेंटर-बैक राउल एसेंसियो, जिनका कॉन्ट्रैक्ट 2026 तक है, उनका नाम आया। अल-खेलाईफी को दोहा, कतर में एक युवा टूर्नामेंट में रियल मैड्रिड अधिकारियों के साथ बात करते हुए देखा गया। रियल मैड्रिड ने तुरंत अपने युवा खिलाड़ियों की निगरानी बढ़ा दी। यह नहीं कि यह गलत है — यह फुटबॉल की दुनिया में आम बात है — लेकिन इस बार यह एक व्यक्तिगत बदले का रूप ले रहा था।

पेरिस एफसी का स्पष्ट निर्णय: 'हम उन्हें नहीं लाएंगे'

अब जब म्बप्पे रियल मैड्रिड में हैं, तो उनके लिए पेरिस में कोई जगह नहीं है — न तो पीएसजी में, न ही उनके स्थानीय पड़ोसी पेरिस एफसी में। पेरिस एफसी के अध्यक्ष पास्कल प्रॉड ने स्पष्ट कर दिया: 'हम म्बप्पे को वापस नहीं लाएंगे।' यह बयान सिर्फ एक नकारात्मक बयान नहीं है — यह एक राष्ट्रीय भावना है। पेरिस एफसी ने अपने आप को पीएसजी का छोटा भाई नहीं बनाना चाहता।

कानूनी लड़ाई: 55 मिलियन यूरो का झगड़ा

कानूनी लड़ाई: 55 मिलियन यूरो का झगड़ा

अब तक, दोनों पक्षों के बीच एक बड़ी कानूनी लड़ाई चल रही है। पीएसजी का दावा है कि म्बप्पे ने अपने कॉन्ट्रैक्ट में शामिल किए गए बोनस के लिए गलत दावे किए। म्बप्पे की टीम का कहना है कि ये बोनस अदा किए जाने चाहिए थे, और पीएसजी ने उन्हें छीन लिया। यह मामला फ्रांसीसी फुटबॉल संघ और फीफा दोनों के समक्ष है। अगर म्बप्पे जीत गए, तो यह फुटबॉल के अनुबंध नियमों पर एक बड़ा प्रेसीडेंट बन जाएगा।

अगला कदम: म्बप्पे का रियल मैड्रिड में भविष्य

रियल मैड्रिड में म्बप्पे का आगमन एक नई युग की शुरुआत है। वह लियोनेल मेस्सी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बाद रियल मैड्रिड के इतिहास में आने वाले तीसरे ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने एक फ्री ट्रांसफर के जरिए अपनी शानदार शुरुआत की। अब उनका काम है — ला लीगा में ट्रॉफी जीतना, यूईएफए चैम्पियंस लीग में रियल मैड्रिड को फिर से शीर्ष पर लाना, और फ्रांस के लिए 2026 विश्व कप की तैयारी करना।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

म्बप्पे ने पीएसजी के साथ अनुबंध कैसे जारी किया जब वह रियल मैड्रिड जाने के लिए तैयार थे?

म्बप्पे ने मई 2022 में तीन साल का अनुबंध बढ़ाने की घोषणा की, लेकिन बाद में पता चला कि वह असल में दो साल का कर चुके थे, जिसमें तीसरे साल का विकल्प केवल उनके अधिकार में था। यह एक रणनीतिक चाल थी — रियल मैड्रिड को भ्रमित करना और अपने आप को फ्री ट्रांसफर के लिए तैयार रखना।

पीएसजी को म्बप्पे के जाने से कितना नुकसान हुआ?

पीएसजी को ट्रांसफर फीस नहीं मिली, लेकिन उन्होंने 55 मिलियन यूरो के बोनस नहीं दिए, जिससे उन्हें लगभग 500 मिलियन यूरो की लागत बची। हालांकि, उनकी ब्रांड वैल्यू और यूईएफए चैम्पियंस लीग के लिए टीम की ताकत कमजोर हुई।

रियल मैड्रिड के युवा खिलाड़ियों को लेकर पीएसजी की योजना क्या है?

पीएसजी के एजेंट्स रियल मैड्रिड की अकादमी के युवा खिलाड़ियों, खासकर सेंटर-बैक राउल एसेंसियो को लक्षित कर रहे हैं। यह बदले की भावना से बनी रणनीति है, जिसमें कानूनी सीमाओं का ध्यान रखते हुए भी उनके अनुबंध के अंतिम वर्षों में उन्हें आकर्षित करने की कोशिश की जा रही है।

म्बप्पे और पीएसजी के बीच 55 मिलियन यूरो का झगड़ा क्यों हुआ?

पीएसजी का दावा है कि म्बप्पे ने अपने कॉन्ट्रैक्ट में शामिल किए गए बोनस के लिए गलत दावे किए। म्बप्पे की टीम का कहना है कि ये बोनस अदा किए जाने चाहिए थे। यह झगड़ा फीफा के अधिकार क्षेत्र में है और फुटबॉल के अनुबंध नियमों पर एक बड़ा निर्णय देने वाला है।

क्या म्बप्पे कभी पेरिस एफसी में आ सकते हैं?

नहीं। पेरिस एफसी के अध्यक्ष पास्कल प्रॉड ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी टीम म्बप्पे को लाने की कोई योजना नहीं है। यह निर्णय न केवल व्यावहारिक है, बल्कि भावनात्मक भी है — पेरिस एफसी अपनी पहचान बनाना चाहता है, न कि पीएसजी का छायाचित्र बनना।

म्बप्पे का रियल मैड्रिड में आगमन क्यों इतना महत्वपूर्ण है?

यह फुटबॉल के इतिहास में एक ऐसा क्षण है जब एक युवा सुपरस्टार अपने पिछले क्लब के खिलाफ फ्री ट्रांसफर से जुड़ गया। यह रियल मैड्रिड के लिए नए युग की शुरुआत है — रोनाल्डो के बाद एक नया चेहरा, जो अब उनके बाद नहीं, बल्कि उनके साथ बनने वाला है।

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