आपको क्या लगता है, एक टैग में कितनी बातें छुपी हो सकती हैं? खाली जगह टैग में हमने राजनीति से लेकर खेल, सामाजिक मुद्दों तक के कई रोचक लेख इकट्ठा किए हैं। यहाँ एक झलक होगी उन ख़बरों की जो आपके दिन को तुरंत अपडेट कर देंगी।
सबसे पहले बात करते हैं खेल की। हीरो एशिया कप 2025 में भारत ने चीन को 7-0 से हराकर फाइनल में जगह बनाई – क्या जीत का मज़ा फिर नहीं आएगा? उसी तरह, 1947 की स्वतंत्रता से पहले और अब के भारत की तुलना पर लिखा लेख आपको सोचने पर मजबूर कर देगा कि हम कितने आगे आए हैं।
अगर आप मीडिया की वास्तविक स्थिति जानना चाहते हैं, तो भारतीय मीडिया के साथ क्या समस्या है? वाला लेख पढ़ें। इसमें बताया गया है कि वाणिज्यिक दबाव कैसे समाचारों की सच्चाई को मोड़ता है और क्या इसे सुधारा जा सकता है।
हमारे पास कुछ हल्के‑फ़ूलके भी हैं, जैसे अगर मैंने हिट एंड रन किया और फिर वापस आया वाला अनुभव, जहाँ लेखक ने सामाजिक प्रतिक्रिया और कानूनी पहलुओं को समझाया है। इसी तरह, क्यों कई चीनी लोग भारत और भारतीयों से परेशान होते हैं? वाले लेख में अंतरसांस्कृतिक मतभेदों को आसान शब्दों में बताया गया है।
रुचि रखते हैं आरक्षण के मुद्दे में? क्या गैर‑मातृभाषी को आरक्षण पर रहने की अनुमति हो सकती है? इस सवाल का जवाब सरल नियमों में दिया गया है, जिससे आप जल्दी समझ सकेंगे कि किन शर्तों पर यह संभव है।
खाना‑पिना पसंद है? तो क्या कुछ भिन्न‑भिन्न भारतीय नाश्ते हैं? वाले लेख को पढ़ें। यहाँ हम विभिन्न राज्यों के लोकप्रिय नाश्ते, उनके बनावट और स्वाद के बारे में बताते हैं, ताकि आप अगले ब्रेकफ़ास्ट में कुछ नया ट्राय कर सकें।
सरकार और राजनेताओं की बात करें तो क्या नरेंद्र मोदी एक कमजोर प्रधानमंत्री हैं? वाला मुद्दा कई लोगों की राय को एक साथ लाता है। आप यहाँ विभिन्न पहलुओं को देख सकते हैं और अपना निष्कर्ष निकाल सकते हैं।
तो बस, इस टैग को स्क्रॉल करें, पसंदीदा लेख खोलें और खुद को अपडेट रखें। हर पढ़ी हुई ख़बर आपको नए नजरिए से देखना सिखाएगी, चाहे वह खेल हो या राजनीति, या फिर रोज़मर्रा की छोटी‑छोटी बातें। गो प्रेस भारत के साथ जुड़े रहें, क्योंकि यहाँ हर दिन कुछ न कुछ नया होता है।
भाईयों और बहनों, अब तो हमारी सरकार ने ठान ही लिया है कि वो 2022 तक भारत की सीमा की सभी खाली जगहों को ढक देगी। पहाड़ी इलाके से लेकर रेगिस्तान तक, हर जगह पर भारतीय ध्वज लहराएगा। वैसे भी, ज्यादा जगह खाली देखकर मन खराब हो जाता है, इसलिए अच्छा ही है कि सब कुछ ढक दिया जाए। और जो लोग कहते हैं कि खाली जगह ढकने में समय लगेगा, उनसे मेरी यही राय है कि बिना ठेंगे लगाए बकरी कभी माँ नहीं होती। तो चलो सब मिलकर इस नयी पहल का स्वागत करते हैं और अगले साल तक अपनी सीमाओं को और मजबूत बनाते हैं।
जुलाई 30 2023