
ऐसा दृश्य आपने बहुत देखा होगा कि एक पुलिसवालें किसी प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति या देश के बड़े नेता के काफिले को रोककर एंबुलेंस को रास्ता दिया हो। ऐसे सीन आपको बॉलीवुड फिल्मों में देखने को जरूर मिला होगा, लेकिन बमुश्किल ही आपने ऐसा कभी रियल लाइफ में देखा होगा। लेकिन बेंगलुरु में कुछ ऐसा ही हुआ, जब एक पुलिस इंस्पेक्टर ने एंबुलेंस को जाम से निकलवाने के लिए देश के प्रथम नागरिक, यानी राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का ही काफिला रुकवा दिया।
जी हां, कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में कार्यरत इस पुलिस सब इंस्पेक्टर का नाम है एमएल निजलिंगप्पा। निजलिंगप्पा ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के कॉनवॉय के गुजरने से पहले मरीज को अस्पताल ले जा रही एक एंबुलेंस को जाने दिया। इस काम के लिए उन्हें देश भर से ढेरों बधाईयां मिल रही है पुलिस विभाग के आला अफसरों ने उन्हें पुरस्कृत भी किया है।
यह घटना 17 जून की है जब निजलिंगप्पा की तैनाती बेंगलुरु के ट्रिनिटी सर्किल पर थी। इस दौरान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का काफिला राज भवन की तरफ बढ़ रहा था। ठीक उसी समय एक एंबुलेंस भी उसी रास्ते से गुजर रही थी। लेकिन इंस्पेक्टर ने राष्ट्रपति के काफिले के बजाए एंबुलेंस को तरजीह दी।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि अपनी ड्यूटी निभाने के लिए उन्हें इनाम मिलना ही चाहिए। डीसीपी ट्रैफिक इस्ट ने भी अपने ट्विटर अकाउंट से इनाम की घोषणा की है।