राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के कालेधन को सफेद बनाने वाले शख्स की पहचान आयकर विभाग ने कर ली है। ऐसे में राजद प्रमुख और उनके परिवार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
आयकर विभाग के अनुसार लालू यादव और उनके परिवार की ब्लैक मनी को व्हाइट करने वाले शख्स का नाम विनय मित्तल है। आयकर के विभाग के मुताबिक विनय मित्तल को लालू यादव के दामाद शैलेश कुमार के कालेधन को सफेद बनाने की जिम्मेदारी मिली थी।
आयकर विभाग ने इस बात का खुलासा किया है कि शैलेश कुमार ने ही विनय मित्तल को फर्जी कंपनियों में पैसा जमा कराने का काम विनय मित्तल को दिया था। इस काम के लिए विनय मित्तल ने ही राजेश अग्रवाल को शैलेश कुमार से मिलवाया था। राजेश अग्रवाल ने कालेधन को शेल कंपनियों के माध्यम से लालू की बेटी मीसा और उनके दामाद शैलेश की कंपनी में भेजा था। अब आयकर विभाग इस जांच पड़ताल में जुट गया है कि आखिर शैलेश तक ये पैसा कहां से और कैसे आया।
दरअसल विनय मित्तल को शैलेश कुमार से मिलवाने वाला पटना का व्यवसायी अमित कात्याल है। और आप को बतादें कि विनय मित्तल सीए राजेश अग्रवाल को साला है। जहां अमित कात्याल की बात है यही वो शख्स है जिसने कंपनी लगाने के बदले में लालू परिवार को पटना में जमीन दी थी।
2004-05 से ही विनय मित्तल शैलेश कुमार के कालेधन को सफेद करने में जुटा हुआ है। पहले अमित कात्याल, सीएम राजेश अग्रवाल के बाद विनय मित्तल की पहचान करने के बाद प्रवर्तन निदेशालय मित्तल को जल्द ही पूछताछ के लिए अपने घेरे में ले सकता है। ऐसे में राजद प्रमुख लालू प्रसाद और उनके परिवार की मुश्किलें बढ़नी बिल्कुल तय है।