आने वाला समय विमान यात्रियों के लिए डरावना हो सकता है। आकाश में उड़ रहे विमानों में यात्रियों को लगने वाले झटके 2050 तक तीन गुना हो सकते हैं, और ऐसा हो जलवायु परिवर्तन। क्लामेट चेंज का विमानों पर पड़ने वाले प्रभाव पर शोध कर रहे वैज्ञानिकों ने बुधवार को चेताया है।
वैज्ञानिकों ने कहा चलते विमान में लगने वाले इन झटकों से यात्रियों और क्रू मेंबर्स के घायल होने के आशंका बढ़ जाती है। वैज्ञानिकों की इस तरह की पहली चेतावनी है।
ग्लोबल प्रोजेक्शन ऑफ इन फ्लाइट बम्पिंनेस के अनुसार, आने वाले समय में हवाई यात्रा बहुत ही चुनौतीपूर्ण हो जाएगी।
यह शोध यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग के नेतृत्व में शोध हुआ है कि जिसमें सुपर कम्प्यूटर्स की मदद से भविष्य में के मानसून के बारे में आंकलन किया गया है। इस आंकलन में पता चला है कि आने वाले समय हवाई यात्रा करना ज्यादा जोखिम वाला काम होगा।
शोध में वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि हवाई यात्रा में बढ़ने वाला खतरा ग्लोबल तापमान में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी के कारण होगा। वैज्ञानिकों का मानना है कि तापमान बढ़ने से हवा में अस्थिरता पैदा होती है। हवा की यह अस्थिरता विमानों में एयर पॉकेट तैयार करते हैं जिससे विमान डगमगाने लगता है। लेकिन डगमगाने की स्थिति ज्यादा हो तो यात्रा खतरनाक हो सकती है।
यह शोध जियोग्राफिकल रिसर्च लेटर्स में प्रकाशित हुई है। शोधकर्ताओं ने ताजा अनुमान की गणना की जिससे पता चला कि 2050 और 2080 तक हवाई यात्रा मुश्किल भरी हो सकती है। आने वाले समय में विमान में इतने तेज झटके लगेंगे कि विमान में बैठे यात्री इधर से उधर लुढ़क सकते हैं और उनका सामान पूरे विमान में बिखर सकता है।
रिसर्च: हवाई सफर करने वाले जरूर पढ़ें यह खबर, 2050 तक होगा ऐसा..
Want create site? Find Free WordPress Themes and plugins.
Did you find apk for android? You can find new Free Android Games and apps.