पटना। बिहार के सीवान में जर्नलिस्ट राजदेव रंजन की हत्या के मामले में सीबीआई ने मंगलवार को आरजेडी के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन की मुश्किलें बढा दी है। मामले की तहकीकात में जुटी सीबीआई ने शहाबुद्दीन सहित 6 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। सीबीआई के मुताबिक इस हत्याकांड के तार पूर्व सांसद से जुड़े हुए हैं। सीबीआई ने जांच में यह भी पाया है कि पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या इसलिए की गई क्योंकि उसने शहाबुद्दीन के खिलाफ खबरें लिखी थी। खबरों की माने तो हत्या की पटकथा सीवान जेल में ही रची गयी थी। जिस पर सीबीआई ने पूर्व सांसद सहित सभी 6 लोगों के खिलाफ धारा 302, 120 B व आर्म्स एक्ट के तहत चार्जशीट दायर की है।
उल्लेखनीय है कि आरजेडी के पूर्व नेता शहाबुद्दीन इस समय तिहाड़ जेल की सलाखों में बंद है। जिनकी उस याचिका को सीबीआई की अदालत ने हाल ही में खारिज कर दिया था जिसमें शहाबुद्दीन ने नार्को, ब्रेन मैपिंग नहीं करने की अर्जी दी थी। शहाबुद्दीन ने जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान कहा था कि नार्को और ब्रेन मैपिंग टेस्ट स्वास्थ के लिए हानिकारक है। बता दें कि पत्रकार रंजन की हत्या मामले में आगामी 18 सितंबर को उच्चतम न्यायालय में होनी है।
बता दें कि 13 मई 2016 को बाइक पर सवार दो अज्ञात हमलावरों ने हिंदी दैनिक अखबार के इस पत्रकार को गोलियां मार दी थी जिससे राजदेव रंजन की मौके पर ही मौत हो गई थी। वारदात के बाद दोनों अपराधी मौके से भागने में कामयाब हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने पत्नी आशा रंजन के बयान के मुताबिक मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कि तो पाया कि लड्डन मियां इस वारदात का मुख्य आरोपी था जबकि हत्या के तार उस वक्त सीवान जेल में बंद शहाबुद्दीन से जुड़े थे। हालांकि कुछ दिनों बाद पुलिस ने मामला सीबीआई को सौंप दिया।