चूरू जिले के मालासर इलाके में पांच लाख के इनामी कुख्यात अपराधी आनंदपाल को शनिवार देर रात राजस्थान पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। उसके दो भाइयों को गिरफ्तार कर लिया। गैंगस्टर आनंदपाल सिंह राजस्थान में चूरू के मालासर में परिचित के पास फरारी काट रहा था। उल्लेखनीय है कि आनंद पाल ने ग्वालियर में भी फरारी काटी थी। आनंदपाल जून 2016 में ग्वालियर के दीनदयाल नगर के एफएल सेक्टर स्थित दोस्त के मकान में करीब 20 दिन छिपकर रहा था। 15 जून को राजस्थान के नागौर से आई क्विक एक्शन टीम ने क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर दबिश दी थी लेकिन उससे एक घंटे पहले ही आनंदपाल इटावा निकल गया था।
क्या है मामला…
राजस्थान के डीजीपी मनोज भट्ट ने बताया कि एसओजी को फरार आरोपी देवेन्द्र उर्फ गुट्ट और विक्की के हरियाणा के सिरसा में होने की सूचना मिली थी। एसओजीने आनंदपाल के दोनों भाइयों को सिरसा से पकड़ा। दोनों से पूछताछ के बाद आनंदपाल की लोकेशन चूरू के मालासर में मिली। लोकेशन के आधार पर एसओजी ने दबिश दी तो आनंदपाल ने पुलिसकर्मियों पर ताबड़तोड़ एके-47 से फायरिंग कर दी। जवाब में पुलिसकर्मियों ने फायरिंग की। इसमें आनंदपाल मुठभेड़ के दौरान गोलिया लगने से मारा गया। आनंदपाल के छह गोली लगने की बात सामने आई है। डीजीपी मनोज भट्ट ने एसओजी के अफसरों जज्बे की सराहना की है। गौरतलब है कि आनंदपाल, सुभाष व श्रीवल्लभ 3 सितंबर 2015 में लाडनू से पेशी से लौटते समय पुलिस जाप्ते पर फायरिंग करके भाग गए थे। एसओजी ने सुभाष व श्रीवल्लभ को गिरफ्तार कर लिया था। जबकि आनंदपाल फरार चल रहा था।
लेडी डॉन अनुराधा चौधरी से था खास संपर्क
आनंदपाल के गैंग की सदस्य रही अनुराधा चौधरी फिलहाल जेल में है। अनुराधा उर्फ अनुराग सीकर में रानी सती रोड की मूल निवासी है. 33 साल की इस लेडी डॉन की शादी सीकर के ही दीपक मिंज नाम के व्यक्ति के साथ हो चुकी है। वह शेयर बाजार में काम करती थी। नुकसान होने के बाद उसने गैंगस्टर आनंदपाल से संपर्क बढ़ाया। धीरे-धीरे वह गैंग की अहम सदस्य बन गई।
आनंदपाल पर क्या-क्या आरोप
आनंदपाल लूट, डकैती, गैंगवार, हत्या जैसे 24 मामलों का अपराधी था। ऐसे मामलों में राजस्थान की पुलिस को मोस्ट वांटेड क्रिमिनल आनंद पाल की तलाश थी। आनंदपाल 2006 से अपराध जगत में शामिल हुआ था। 2006 में उसने राजस्थान के डीडवाना में जीवनराम गोदारा की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। गोदारा की हत्या के अलावा आनंदपाल के नाम डीडवाना में ही 13 मामले दर्ज था। जहां 8 मामलों में कोर्ट ने आनंदपाल को भगौड़ा घोषित किया हुआ था। सीकर के गोपाल फोगावट हत्याकांड को भी आनंद पाल ने ही अंजाम दिया था। गोदारा और फोगावट की हत्या करने का मामला समय-समय पर विधानसभा में गूंजता रहा है।
जेल में शाही लाइफ जीता था आनंदपाल
जेल से भागने के लिए आनंदपाल ने जेल के डिप्टी से लेकर मुख्य प्रहरी को धन-बल के प्रभाव से काबू में कर लिया था। बताया जाता है कि जेल में उसकी एक महिला सहयोगी लेडी डॉन अनुराधा चौधरी भी मिलने आती थी। अजमेर हाई सिक्युरिटी जेल के सामने चाय की दुकान चलाने वाले रविकुमार रील ने अपने बयान में बताया था।
फेसबुक पर भी एक्टिव था आनंदपाल
आनंदपाल फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने फैन्स के लिए एक सोशल पेज भी चलाता था। वह अपने समाज से जुड़ी समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों की कतरन अपने फैंन्स को पोस्ट करता था। फैन फॉलोविंग हजारों भी में है। फेसबुक पर आनंदपाल सिंह के नाम से ही प्रोफाइल है जिसमें उसका फोटो इस्तेमाल किया गया है।
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